सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
Russia Ukraine War: अंतर्विरोध संसार की देन है साल भर युद्ध का खींचना...
युद्व के बाद रूस के अंदरूनी हालात ज्यादा अच्छे नहीं हैं. बेरोजगारी और महंगाई की समस्या दिनों दिन बढ़ रही है. इसका प्रमुख कारण उन पर लगा आर्थिक प्रतिबंध है. ज्यादातर मुल्कों ने रूस के साथ आयात-निर्यात करना बंद कर दिया है. सिर्फ भारत एक ऐसा देश है जो राजी रखे हुए है.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
पोलैंड पर गिरी रूसी मिसाइल 'विश्वयुद्ध रोकने वालों' ने दागी हैं!
रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बीच पोलैंड (Poland) में रूसी मिसाइलों से दो लोगों की मौत की खबर से हड़कंप मच गया था. क्योंकि, अभी तक रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से जिस तीसरे विश्व युद्ध (World War) के भड़कने की संभावना जताई जा रही थी. पोलैंड पर रूसी मिसाइल से हमले के बाद पूरी दुनिया अचानक ही उसकी दहलीज पर आ खड़ी हो गई थी.
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Russia Ukraine War: बेगानी शादी में चेचन्या कमांडर की वजह से क्या दुनिया का मुसलमान दीवाना होगा
शायद ही चेचन्या (Chechnya) के कमांडर रमजान कादिरोव (Ramzan Kadyrov) की अपील का दुनियाभर के मुसलमानों (Muslim) पर कोई असर पड़ेगा. हां, भारत के कट्टरपंथी मुस्लिमों की बात नहीं की जा सकती है. क्योंकि, वो तो भारत को आजादी मिलने से पहले भी तुर्की के खलीफा को हटाए जाने पर खिलाफत आंदोलन तक चला चुके हैं.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
तुलसी गबार्ड ने डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ने पर जो आरोप लगाए, उनमें कितना दम है?
अमेरिकी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार रही तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) ने डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party) को छोड़ने का ऐलान कर सबको चौंका दिया. दरअसल, तुलसी गबार्ड ने सिर्फ इस्तीफा ही नहीं दिया. बल्कि, उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए.
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शरणार्थियों के लिए नया ब्रिटिश प्लान जान लीजिये, CAA लॉजिकल लगने लगेगा
UNHCR ने एक रिपोर्ट जारी कर दावा किया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) की वजह से अब तक 44 लाख से ज्यादा यूक्रेनी नागरिक (Ukrainian Refugees) देश छोड़ कर भाग चुके हैं. यूएनएसचीआर के अनुसार, दूसरे विश्व युद्ध के बाद से यूरोप ने कभी इतने शरणार्थियों की संख्या नहीं देखी थी. इसके बाद से ही ब्रिटेन (Britain) की शरणार्थी नीति चर्चा में आ गई है.
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